ठंड की पहली दस्तक के साथ सूरजपुर वेटलैंड परिंदों से गुलजार, इस बार क्या है खास?
/file/upload/2025/11/5715000323396854083.webpसूरजपुर वेटलैंड में पानी के ऊपर अठखेलियां करते परिंदे। जागरण
रंजीत मिश्रा, ग्रेटर नोएडा। सर्दी की दस्तक के साथ ही सूरजपुर वेटलैंड एक बार फिर प्रवासी पक्षियों की चहचहाहट से गूंजने लगा है। दूर देश व सात समुंदर को लांघ कर आस्ट्रेलियन व अफ्रीकन देशों के मेहमान परिंदे यहां पहुंचने शुरू हो गए हैं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
आस्ट्रेलिया, अफ्रीका, मिडिल ईस्ट, यूरोप, रूस, चीन, मंगोलिया समेत कई देशों से हजारों की संख्या प्रवासी पक्षी 308 एकड़ में फैले सूरजपुर वेटलैंड में हर साल आते हैं। यहां के करीब 60 एकड़ क्षेत्र का पानी व जलकुंभी पक्षियों के लिए आदर्श निवास स्थान बनकर उभर रहा है। वन विभाग ने भी इन खास मेहमानों के स्वागत की पूरी तैयारी कर ली है।
जलकुंभी हटाकर बनाए गए हैं आइलैंड
वेटलैंड के जलकुंभी को बड़े पैमाने पर साफ कराया गया है। कुछ स्थानों पर जलकुंभी से ही आइलैंड बनाए गए हैं, ताकि पक्षी आराम से बैठ सकें। पानी के बीच में लकड़ी के 20 से अधिक माउंट तैयार किए गए हैं। वेटलैंड के रास्तों की मरम्मत, पार्कों का सौंदर्यकरण और अन्य सुविधाएं भी दुरुस्त कर दी गई हैं, जिससे बर्ड वाचर्स और पर्यटकों को किसी तरह की असुविधा न हो।
इन परिंदों की आवक देखी गई
वनाधिकारी रजनीकांत मित्तल का कहना है कि साइबेरियन वाटर फाल, सबलस, कामन टीन, नार्दन पटेल,यूरेशियन बिजन, मलाड, कामन पोचर्ड, ग्रेटर स्पाटेड ईगल, यूरेशियन हाबी, ब्लैक नेक्ड स्टार्क, ग्रेलैग गूज, बार हेडेड गूज, नार्दर्न पिनटेल, नार्दर्न शोवेलर, गाडवाल, रूडी शेल्डक, ब्लैक टेल गाडविट समेत 30 से अधिक प्रजातियों के एक हजार से अधिक विदेशी पक्षियों का सूरजपुर वेटलैंड में आगमन हो चुका है।
अगले 15 दिनों में इनकी संख्या में भारी इजाफा होने की संभावना है। पिछले साल करीब 10 हजार प्रवासी पक्षी पहुंचे थे, जिनमें करीब 100 विभिन्न प्रजातियां शामिल थीं। इस बार भी इसी तरह की उम्मीद है। ।
सैलानियों के लिए उपयुक्त वेटलैंड
सूरजपुर वेटलैंड के रेंजर दाताराम राठौर का कहना है कि सूरजपुर वेटलैंड सैलानियों के लिए भी उपयुक्त है। यहां पक्षियों की संख्या बढ़ते ही प्रकृति प्रेमी सैलानियों की संख्या भी बढ़ने लगती है। काफी संख्या में सैलानी विदेशी पक्षियों को निहारने के साथ ही गुनगुनी धूप का भी भरपूर लुत्फ उठाने यहां आते हैं। उनकी सुविधा के लिए वाच टावर भी बनाए गए हैं। जहां से झील के पानी में अठखेलियां करते पक्षियों का मनोरम दृश्य देखा जा सकता है।
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