मेहंदी रची, ढोलक बजी...और फिर सजना से पहले आ गई पुलिस, यह था मामला
/file/upload/2025/11/6326097458284751532.webpचाइल्ड हेल्पलाइन की टीम पुलिस के साथ मौके पर पहुंच रुकवाई नाबालिग की शादी। (प्रतीकात्मक फोटो)
जागरण संवाददाता, बागपत। शादी की तैयारी अंतिम चरण में थी। हल्दी व मेहंदी की रस्म हो गई थी। लड़की के स्वजन के निकट रिश्तेदार शादी में शामिल होने के लिए आ चुके हैं। मधुर संगीत की धुन पर मंगल गीत गाए जा रहे तथा डीजे पर फिल्मी गीत बज रहे हैं। 16 नवंबर को बारात आएगी, मगर बरात आने से पहले ही चाइल्ड हेल्पलाइन की टीम पुलिस के साथ मौके पर पहुंच गई और शादी रुकवाई। शादी समारोह में आई पुलिस की टीम को देख सब लोग अचरज में पड़ गए। बाद में पूछताछ हुई तो पता चला की जिस बालिका का विवाह हो रहा है वह नाबालिग है। बाल विवाह रुकवाने पहुंच गईं। उसके स्वजन की जेल जाने की नौबत आ गईं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
टीम को बालिका ने बताया कि वह कक्षा 12वीं में पढ़ती है। वह दुल्हन बनने के बजाय आगे पढ़ना चाहतीं है, लेकिन स्वजन शादी करना चाहते थे। यह उनके सौतेला पिता है। उसके पिता की काफी पहले मौत हो गई थी, जिससे मां ने दूसरी शादी की। वे नहीं चाहती कि शादी की जाए, क्योंकि मेहनत से पढ़ाई कर करियर संवारना है। चाइल्ड हेल्पलाइन की ओर से बालिका बाल कल्याण समिति के सामने पेश की गईं। लड़की के स्वजन ने सफाई में कहा कि आधार कार्ड पर लड़की की उम्र 18 साल है, लेकिन हमें नहीं पता था कि कक्षा 10वीं के प्रमाण पत्र में उम्र 17 वर्ष है।शपथ पत्र दिया कि वे 18 साल के बाद ही बिटिया की शादी करेंगे। इसपर बिटियों को माता-पिता को सौंप दी।
चार दिन पहले दो बेटियों की रुकवाई शादी : महिला चाइल्ड हेल्पलाइन कर्मियों ने सूचना मिलने पर खेकड़ा ब्लाक के एक गांव में 15 वर्षीय तथा 12 वर्षीय दो नाबालिग बच्चियों की शादी रुकवाई थी।
स्वजन ने शपथ पत्र दिया कि बालिग होने तक शादी नहीं करेंगे : सूचना मिलने पर टीम के साथ बताए गए गांव में जाकर पता किया तो वाकई 17 वर्षीय बालिका की शादी रुकवाई गईं। स्वजन ने शपथ पत्र दिया कि बालिग होने तक शादी नहीं करेंगे। -वंदना गुप्ता, कोआर्डिनेटर महिला हेल्पलाइन चाइल्ड लाइन
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