चीन का अनोखा मिशन: अंतरिक्ष में भेजे गए 4 चूहे पृथ्वी पर वापस आए, वैज्ञानिक करेंगे जांच
/file/upload/2025/11/4940633518999665000.webpअंतरिक्ष से लौटे चूहे (फोटो- स्क्रीनग्रैब \“X\“)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अंतरिक्ष विज्ञान प्रयोग के नमूनों का नौवां बैच, जिसमें जीवन विज्ञान परीक्षणों में इस्तेमाल किए गए चार चूहे शामिल हैं। बीजिंग के स्पेस एप्लिकेशन इंजीनियरिंग सेंटर वापस आए। शुक्रवार को चीन अंतरिक्ष स्टेशन से शेनझोउ-21 अंतरिक्ष यान द्वारा चूहों को वापस लाया गया। जिसे शनिवार सुबह चीनी वैज्ञानिकों को सौंप दिया गया है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
ग्लोबल टाइम्स और चीनी विज्ञान अकादमी की रिपोर्ट के अनुसार, शेनझोउ-21 द्वारा चीन अंतरिक्ष स्टेशन से लौटाए गए नौवें बैच को बेहद खास माना जा रहा है, क्योंकि इसमें चार चूहे, ज़ेब्रा फिश, प्लैनेरियन, हॉर्नवॉर्ट, ब्रेन ऑर्गेनॉइड और सूक्ष्मजीव स्ट्रेप्टोमाइस शामिल हैं। लैंडिंग के बाद चूहों को मौके पर संभाला गया।
सीएएस प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, वापस आए नमूनों में 26 प्रायोगिक परियोजनाओं से संबंधित जीवन विज्ञान, पदार्थ विज्ञान और दहन प्रयोग के नमूने शामिल हैं, जिनमें नौ प्रकार के जीवन प्रयोग के नमूने, 32 प्रकार के पदार्थ प्रयोग के नमूने और तीन प्रकार के दहन विज्ञान के नमूने शामिल हैं, इनका कुल वजन लगभग 46.67 किलोग्राम है।
चूहों की होगी जांच
सीएएस के अनुसार, शोधकर्ता चूहों के व्यवहार और प्रमुख शारीरिक एवं जैव-रासायनिक संकेतकों की जांच करेंगे, ताकि अंतरिक्ष के वातावरण में चूहों की तनाव प्रतिक्रिया और अनुकूली परिवर्तनों का प्रारंभिक विश्लेषण किया जा सके, जिससे जीवों पर इसके प्रभावों को और बेहतर ढंग से समझने के लिए एक वैज्ञानिक आधार मिल सके।
चूहों के अलावा ये जीव भी आएं
चूहों के अलावा, अन्य जीवन विज्ञान के नमूने जैसे कि जेब्राफिश, हॉर्नवॉर्ट, स्ट्रेप्टोमाइसेस, प्लैनेरियन, ब्रेन ऑर्गेनोइड्स, साथ ही कई पदार्थ विज्ञान और दहन विज्ञान प्रयोग के नमूने, शनिवार को सुबह 0:40 बजे (स्थानीय समय) बीजिंग में सीएएस के अंतरिक्ष अनुप्रयोग इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी केंद्र में पहुंचाए गए।
लौटाए गए प्रयोग नमूनों की स्थिति का निरीक्षण के बाद उन्हें आगामी अनुसंधान के लिए वैज्ञानिकों को सौंपा जाएगा। शेष पदार्थ विज्ञान और दहन विज्ञान प्रयोग के नमूनों को बाद में शेनझोउ-21 अंतरिक्ष यान के वापसी कैप्सूल के माध्यम से बीजिंग ले जाया जाएगा।
शोध में होगी जांच
इसके बाद वैज्ञानिक लौटे हुए जीवन विज्ञान कोशिका नमूनों पर ट्रांसक्रिप्टोमिक अनुक्रमण, प्रोटिओमिक्स विश्लेषण और अन्य जैविक परीक्षण करेंगे। इस शोध में यह जांच की जाएगी कि सूक्ष्म गुरुत्वाकर्षण शरीर को विभिन्न स्तरों पर कैसे प्रभावित करता है और प्रमुख जैविक तंत्रों और हस्तक्षेप लक्ष्यों का विश्लेषण करके संबंधित रोगों की रोकथाम और हस्तक्षेप के लिए नई अंतर्दृष्टि प्रदान की जाएगी।
गस्टन-हाफनियम मिश्रधातुओं, मृदु चुंबकीय पदार्थों और रिलैक्सर फेरोइलेक्ट्रिक एकल क्रिस्टल जैसे पदार्थ विज्ञान के नमूनों के एकत्र होने के बाद, वैज्ञानिक अंतरिक्ष नमूनों की संगठनात्मक आकृति विज्ञान, रासायनिक संरचना और वितरण अंतरों पर परीक्षण और विश्लेषण करेंगे। शोध के दौरान यह पता लगाया जाएगा कि गुरुत्वाकर्षण पदार्थ की वृद्धि, घटक पृथक्करण, ठोसीकरण दोषों और प्रदर्शन के साथ-साथ विशेष अंतरिक्ष वातावरण में पदार्थों के सेवा व्यवहार और प्रदर्शन को कैसे प्रभावित करता है।
ग्लोबल टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, ये शोध निष्कर्ष भविष्य के अंतरिक्ष अनुप्रयोगों में सहायक होंगे, जिनमें उच्च-प्रदर्शन सौर सेल सुरक्षात्मक सामग्री, उच्च-लाभ विकिरण-प्रतिरोधी ऑप्टिकल फाइबर और चंद्र आधार निर्माण सामग्री तैयार करने की प्रक्रियाएँ शामिल हैं। ये उपग्रह संचार और व्यापक अंतरिक्ष अन्वेषण के लिए महत्वपूर्ण सैद्धांतिक आधार और तकनीकी सहायता भी प्रदान करेंगे। (समाचार एजेंसी एएनआई के इनपुट के साथ)
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