बिहार जीत के बाद यूपी पंचायत चुनाव पर टिकी भाजपा की निगाहें, पार्टी ने बनाया ये नया समीकरण
/file/upload/2025/11/8621367762422915341.webpबिहार जीतने के बाद अब पंचायतों पर टिकी भाजपा की निगाहें।
रमन मिश्र, गाेंडा। बिहार विधानसभा चुनाव में जीत व भारी बहुमत पाने के बाद भाजपा की निगाहें अब प्रदेश में होने वाले पंचायत चुनाव पर टिक गई हैं। वैसे तो जिले में पंचायत चुनाव को लेकर संभावित प्रत्याशियों के बीच रस्साकसी तेज थी लेकिन, बिहार के परिणाम ने उम्मीदें बढ़ा दी हैं। वैसे तो बड़े नेता पंचायत चुनाव को लेकर बोलने को तैयार नहीं हैं, लेकिन दावेदारों की सबसे ज्यादा उम्मीदें उन्हीं से हैं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
विधायक के यहां एक ही गांव के पांच-पांच संभावित प्रत्याशी पहुंच रहे हैं। वह किसकी दावेदारी पक्की करें और किसकी नहीं, इसका गुणाभाग लगा रहे हैं। सोचते हैं कि कहीं एक का साथ दिया तो चार नाराज न जाएं। ऐसे में सभी को दावे व वादे की रेवड़ी बांटी जा रही है।
दूसरी ओर, पंचायत निर्वाचन कार्यालय से लेकर बीएलओ पर भी संभावित दावेदार नजर रख रहे हैं। कौन वोट कट रहा है, किसका जोड़ना है, इसकी पैरवी सबूत के साथ शुरू कर दिया है।
गांव से लेकर जिले तक के पद पर नजर
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की राजनीति गांव से लेकर जिले तक तेज हो गई है। पद भले ही छोटा हो, लेकिन इससे बड़ी राजनीति के द्वार खुलते हैं। बीडीसी, प्रधान के साथ ही जिला पंचायत सदस्य पद के लिए भी गुणा-गणित तेज हो गई है। बड़ी कुर्सी के लिए अभी से ही भागदौड़ तेज हो गई है।
सीट का आरक्षण भले ही अभी तय न हुआ हो, लेकिन अलग-अलग वर्ग से समर्थकों को चिह्नित किया जा रहा है। चुनाव के लिए सबसे तेज तैयारी भाजपा की है। इस बार भी पार्टी के पदाधिकारी भी किस्मत आजमाने के लिए तैयारी कर रहे हैं।
चल रही तैयारी
भाजपा जिला महामंत्री आशीष त्रिपाठी का कहना है कि पार्टी त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर तैयारी कर रही है। मतदाता सूची पुनरीक्षण अभियान की निगरानी की जा रही है।
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