LHC0088 Publish time 2025-11-16 11:07:26

कुम्हरार में 1990 से लगातार आठवीं बार खिल रहा कमल, 3-3 बार सुशील मोदी और अरुण कुमार सिन्हा रहे विधायक

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कुम्हरार विधानसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार संजय गुप्ता विजयी



रवि कुमार, पटना। राजधानी के सबसे हाट विधानसभा सीट कुम्हरार में आज फिर से कमल खिल गया है। इस सीट पर 1990 से लगातार भाजपा के उम्मीदवार जीतते आ रहे हैं।

2025 के विधानसभा चुनाव में एक बार फिर से भाजपा के उम्मीदवार संजय कुमार गुप्ता विजयी हुए हैं। कुम्हरार विधानसभा में इस बार आठवीं बार कमल खिला है। इस विधानसभा क्षेत्र को पहले पटना मध्य के नाम से जाना जाता था। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
1990 में सुशील मोदी विधायक बने

कुम्हरार विधानसभा को पहले पटना मध्य के नाम से जाना जाता था। 1990 में पटना मध्य विधानसभा क्षेत्र से पहली बार भाजपा के टिकट पर सुशील कुमार मोदी विजयी हुए। इसके बाद वर्ष 1995 और 2000 में हुए विधानसभा चुनाव में सुशील कुमार मोदी ने भाजपा के टिकट पर जीत हासिल की।

वे 2005 तक विधायक रहे। सुशील कुमार मोदी पटना मध्य विधानसभा क्षेत्र से लगातार तीन बार विधायक रहे। 2005 में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा के पटना जिलाध्यक्ष रहे अरुण कुमार सिन्हा को भाजपा से टिकट मिला और वे पटना मध्य विधानसभा क्षेत्र से विजयी हुए।
2005 में नौ महीने के अंदर दो बार हुआ चुनाव

वर्ष 2005 में बिहार विधानसभा का दो बार चुनाव हुआ। एक बार फरवरी 2005 में और इसी वर्ष दूसरी बार अक्टूबर में विधानसभा चुनाव हुआ। दोनों बार ही भाजपा के टिकट पर अरुण कुमार सिन्हा चुनाव जीते। वे 2005 से 2010 तक यहां से विधायक रहे।
2010 में पटना मध्य से सीट को कुम्हरार नाम मिला

वर्ष 2010 में पटना मध्य विधानसभा का नाम बदलकर कुम्हरार कर दिया गया। 2010 में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा के टिकट पर फिर से विजयी हुए। वे 2010 से 2015, 2015 से 2020 और 2020 से 2025 तक भाजपा के उम्मीदवार अरुण कुमार सिन्हा लगातार विधायक रहे।

वर्ष 2020 के चुनाव में अरुण कुमार सिन्हा को 81,400 वोट मिले थे। 2025 में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा ने कुम्हरार से उम्मीदवार चेहरा बदल दिया और यहां पार्टी के कार्यकर्ता संजय कुमार गुप्ता को उम्मीदवार बनाया।

एक बार फिर 2025 के चुनाव में कुम्हरार विधानसभा से भाजपा के टिकट पर संजय कुमार गुप्ता को जीत मिली है। संजय कुमार गुप्ता को कुल 100485 वोट मिले। वे अपने प्रतिद्वंद्वी से 47,524 अधिक वोट प्राप्त कर विजयी बने हैं।
लगातार भाजपा की जीत का कारण

कुम्हरार विधानसभा क्षेत्र में भाजपा का कैडर वोट माना जाता है। यहां कहा जाता है कि भाजपा किसी भी चेहरे को टिकट दे दे, जीत उसी की होगी। इस क्षेत्र में पढ़े-लिखे लोगों की संख्या अधिक है। हालांकि, कुम्हरार में कुछ ग्रामीण क्षेत्र हैं, जो विपक्षी पार्टी को वोट करते हैं। इन ग्रामीण क्षेत्रों से भाजपा को भी अच्छा वोट मिलता है।

कुम्हरार के राजेंद्र नगर और कंकड़बाग में सबसे बड़ी समस्या जलजमाव है, लेकिन यहां जब चुनाव होता है लोग सारी बातों को भूलकर वोट भाजपा को ही करते हैं। इस बार के चुनाव में भी कुम्हरार के लोगों ने भाजपा के उम्मीदवार के पक्ष में खुलकर वोट किया।



[*]1990 - भाजपा के सुशील कुमार मोदी को जीत मिली
[*]1995 - भाजपा के सुशील कुमार मोदी पटना मध्य सीट से दोबारा जीते
[*]2000 - भाजपा के सुशील कुमार मोदी को जीत मिली
[*]फरवरी 2005 - भाजपा के अरुण कुमार सिन्हा को जीत मिली
[*]अक्टूबर 2005 - भाजपा के अरुण कुमार सिन्हा पुन: जीत मिली
[*]2010 से पटना मध्य सीट को कुम्हरार सीट के नाम से जानने लगा गया
[*]2010 - भाजपा के अरुण कुमार सिन्हा को जीत मिली
[*]2015 - भाजपा के अरुण कुमार सिन्हा को जीत मिली
[*]2020 - भाजपा के अरुण कुमार सिन्हा लगातार तीसरी बार कुम्हरार विधानसभा सीट से जीते
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