बकाया बिल की धमकी, WhatsApp पर APK फाइल भेजी; IGL कर्मचारी बन साइबर ठगों ने रिटायर्ड कर्नल से 30 लाख लूटे
/file/upload/2025/11/6546795886288221642.webpनोएडा में साइबर जालसाजों ने आईजीएल कर्मचारी बनकर सेवानिवृत्त कर्नल को बिल भुगतान के नाम पर 30 लाख रुपये की ठगी की।
जागरण संवाददाता, नोएडा। साइबर जालसाजों ने खुद को आईजीएल कर्मचारी बताकर एक सेवानिवृत्त कर्नल को बकाया बिल का भुगतान न करने पर बैंक खाता काटने की धमकी दी। इसके बाद बिल की आड़ में एपीके फाइल भेजकर उनका बैंक खाता खाली कर दिया। जालसाजों ने उनका मोबाइल फोन हैक कर कर्नल के तीन कार्डों का इस्तेमाल कर 30 लाख रुपये ट्रांसफर कर लिए। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
पीड़ित को तीसरे दिन मोबाइल पर मैसेज आने पर ठगी का पता चला। उन्होंने साइबर क्राइम थाने में शिकायत दर्ज कराई है। नोएडा के सेक्टर 28 में रहने वाले सेवानिवृत्त कर्नल गोपाल कनाल को सात नवंबर को आईजीएल कर्मचारी बनकर एक जालसाज ने फोन किया। जालसाज ने बकाया बिल का दावा किया और दो घंटे के भीतर भुगतान न करने पर कनेक्शन काटने की धमकी दी। कर्नल ने बिल का भुगतान करने का दावा किया।
जालसाज ने व्हाट्सएप के जरिए एपीके फाइल भेजकर बिल बकाया होने का दावा किया, लेकिन पीड़ित को यह पता नहीं चला कि जो फाइल उसने खोली थी, वह एपीके फाइल थी। उन्होंने जालसाज को भुगतान की रसीद भेजी और फिर कनेक्शन काट दिया। 10 नवंबर की शाम को पीड़ित को अपने मोबाइल फोन पर बैंक खाते से पैसे कटने के कई मैसेज मिले। जब उसने उन्हें चेक किया, तो सभी मैसेज में पैसे कटने की बात सामने आई।
उसने परिवार के अन्य सदस्यों को बताया कि जालसाजों ने उसका मोबाइल फोन हैक कर लिया है, तीन क्रेडिट कार्ड और बैंक खातों की जानकारी हासिल कर ली है और फिर धोखाधड़ी को अंजाम दिया है। पीड़ित ने तुरंत बैंक शाखा, एनसीआरपी पोर्टल और साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई।
एपीके फाइल न खोलें
एडीसीपी साइबर सिक्योरिटी शैव्या गोयल ने बताया कि साइबर अपराधी आईजीएल गैस और बिजली बिल बकाया, शादी के कार्ड, वाहन चालान आदि के नाम पर एपीके फाइल भेजकर मोबाइल फोन हैक कर रहे हैं। किसी भी अनजान व्यक्ति द्वारा भेजे गए दस्तावेज़ को खोलने से पहले जांच लें कि वह एपीके फाइल तो नहीं है। किसी भी हालत में एपीके फाइल खोलने से बचें।
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