चिल्ड्रेन्स-डे पर 10 मिनट स्कूल लेट पहुंची 12 साल की छात्रा, शिक्षक ने दी ऐसी सजा; हुई मौत
/file/upload/2025/11/6059870511845782535.webpचिल्ड्रेन्स-डे पर 10 मिनट स्कूल लेट पहुंची 12 साल की छात्रा (फाइल फोटो)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बाल दिवसजैसे दिनजब स्कूल बच्चों के लिए प्यार और देखभाल का माहौल बनाते हैं, महाराष्ट्र के वसई में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई। यहां एक 12 साल की छात्रा की मौत हो गई और परिजनों का आरोप है कि यह मौत स्कूल में दी गई कड़ी सजा की वजह से हुई। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
काजल गोंडजो कक्षा 6 की छात्रा थी और वसई के श्री हनुमंत विद्या मंदिर हाई स्कूल में पढ़ती थी वो शुक्रवार को स्कूल 10 मिनट देर से पहुंची। परिजनों के मुताबिक, टीचर ने उसे दंड के रूप में 100 उठक-बैठक करने को कहा। उठक-बैठक पूरी करने के तुरंत बाद काजल की कमर के नीचे तेज दर्द शुरू हो गया। घर लौटने पर उसकी तबीयत और बिगड़ गई जिसके बाद परिवार उसे नालासोपारा के एक अस्पताल ले गया।
इलाज के दौरान हुई मौत
नालासोपारा में इलाज के बावजूद काजल की हालत सुधरी नहीं और उसे मुंबई के जेजे हॉस्पिटल में रेफर किया गया। यहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। परिवार का कहना है कि सजा इतनी कठोर थी कि काजल की हालत तेजी से बिगड़ गई। उनका यह भी आरोप है कि उसे स्कूल बैग पहने हुए ही उठक-बैठक कराई गई, जिससे उसका दर्द और बढ़ गया।
MNS ने सख्त चेतावनी दी
घटना के बाद स्थानीय लोगों और अभिभावकों में भारी आक्रोश है। वे टीचर और स्कूल पर कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। इसी बीच महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) ने चेतावनी दी है कि जब तक दोषियों पर आपराधिक केस दर्ज नहीं होता, तब तक स्कूल को दोबारा खुलने नहीं दिया जाएगा।
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