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महागठबंधन के लिये ‘MY’ में बिखराव को रोकना चुनौती,जन सुराज की एंट्री से सनसनी!

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महागठबंधन के लिये ‘MY’ में बिखराव को रोकना चुनौती



मो. अली, जयनगर (मधुबनी)। बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में 11 नवंबर को खजौली विधानसभा क्षेत्र में चुनाव होना है। कुल आठ प्रत्याशियों में पांच दल और तीन निर्दलीय प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं। तीन प्रमुख दलों में एनडीए समर्थित भाजपा प्रत्याशी निवर्तमान विधायक अरूण शंकर प्रसाद, महागठबंधन समर्थित राजद प्रत्याशी ब्रज किशोर यादव और जन सुराज पार्टी की प्रत्याशी मुखिया रूपम कुमारी हैं।विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

नेपाल सीमा से लगते इस विधानसभा क्षेत्र में यादव और मुस्लिम वोटर करीब 40 प्रतिशत हैं। 60 प्रतिशत में सवर्ण, वैश्य, दलित, महादलित, अतिपिछड़ा व अन्य वोटर हैं। पिछले छह विधानसभा चुनावों से राजद और भाजपा एक दूसरे को पटखनी दे रहे हैं।
2005 के दोनों चुनाव में भाजपा को जीत

2000 में राजद को जीत मिली थी तो 2005 के दोनों चुनाव में भाजपा को जीत मिली। 2010 में भी भाजपा को जीत मिली मगर 2015 में राजद ने भाजपा को हरा दिया। 2020 में फिर भाजपा को जीत मिली। 2025 के चुनावी रण में महागठबंधन के लिये सबसे बढ़ी चुनौती अपने एमवाई वोटर को बिखरने से रोकना है।

इसके पीछे कारण यह है कि राजद के उम्मीदवार ब्रज किशोर यादव पिछली बार राजद उम्मीदवार पूर्व विधायक सीताराम यादव के खिलाफ जाप से लड़े और उनकी हार में अहम भूमिका निभाई। इस बार सीताराम यादव के पुत्र राकेश कुमार रौशन उर्फ विमल यादव बागी होकर मैदान में हैं।
लड़ाई को त्रिकोणीय बनाने वाली जन सुराज

वहीं, लड़ाई को त्रिकोणीय बनाने वाली जन सुराज की रूपम कुमारी भी यादव समाज से हैं। राम बाबू यादव भी निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर लड़ रहे हैं। ऐसे में राजद के लिये भाजपा के वोट बैंक में सेंधमारी के साथ अपने परंपरागत वोटर को बांधे रखना बड़ी चुनौती है।

विधानसभा क्षेत्र में खजौली प्रखंड की सात पंचायत हैं। इसमें राजद को हर चुनाव में बढ़त मिलती रही है। क्योंकि चार पंचायतों में यादव और मुसलमान 80 प्रतिशत तक हैं। वहीं, जयनगर प्रखंड में नगर पंचायत क्षेत्र में जहां वैश्य और पासवान की संख्या ज्यादा है वहीं,

15 पंचायतों में यादव, मुसलमान और कुशवाहा सबसे ज्यादा हैं। बासोपट्टी की 15 पंचायतों में वैश्य, मुसलमान, सवर्ण और दूसरी जातियां ज्यादा हैं। भाजपा को यहां बढ़ मिलती रही है। जन सुराज की रूमप कुमारी जयनगर प्रखंड की दुल्लीपट्टी की मुखिया भी हैं। इसका लाभ उन्हें उस क्षेत्र में मिल सकता है।
कोई भी खुल पर पक्ष विपक्ष में वोट देने की बात नहीं

ग्राउंड रिपोर्ट में जागरण संवाददाता ने लोगों से बात की और उनके मिजाज को जानने का प्रयास किया। कैडर वोटर को छोड़ कर कोई भी खुल पर पक्ष विपक्ष में वोट देनी की बात नहीं करते हैं। विधानसभा क्षेत्र के जयनगर, बासोपट्टी एवं खजौली प्रखंड के विभिन्न क्षेत्रों का भ्रमण कर ग्रांउड के तहत चाय दुकान, गली मुहल्ला समेत अन्य चौक चौराहा पर लोगों से उसकी राय जानने की कोशिश की।

सभी दलों की नजर पिछड़ा और दलित वोटरों पर है। इसी से जीत की राह निकलेगी। हालांकि लोगों को कहना है कि इस बार जाति समीकरण पर कोई खास असर नहीं पड़ता दिख रहा है। सभी दल अतिपिछड़ा, दलित और युवाओं पर नजरे टिकाए है। महिलाएं शांत नजर आ रही है।
सुधार और विकास के नाम पर मतदान

जयनगर के मुख्य बाजार से होते हुए एनएच 227 के रास्ते उसराही गांव के मिश्री लाल चौक पहुंचा तो लोगों के बीच राजनीतिक चर्चा चल रही थी। उसराही के विजय कुमार सिंह कहते हैं उच्च शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा में सुधार और विकास के नाम पर मतदान होना चाहिए।

खजौली विधानसभा क्षेत्र में तकनीकी शिक्षा की व्यवस्था होनी चाहिए। समय पर वोट कर अपना पक्ष रखेगे। वहीं, उसराही के ही मोहम्मद मोहिद कहते हैं इस बार कोई जातीय ससीकरण नहीं चलेगा। बदलाव होना चाहिए। वहां से देवधा पहुंचा। मुस्लिम बाहुल्य इस क्षेत्र में राजद को लेकर लोगों ने अपनी इच्छा जाहिर की।

नीतीश कुमार को लेकर जो लोग कुछ रुझान रखते थे उनमें वक्फ बिल पर जदयू के स्टैंड से नाराजगी है। वहीं, कुछ मुस्लिम इस बात से भी नाराज दिख कि महागठबंधन ने उन्हें मुकेश सहनी की तरह नेतृत्व का चेहरा नहीं बनाया।

कहते हैं टीस है मगर विकल्प नहीं। वहां से बासोपट्टी के छतौनी पहुंचे।चौक पर चर्चा के दौरान स्थानीय छोटे लाल मिले बोले पत्नी के खाते में 10 हजार आया है, 125 यूनिट मुफ्त बिजली मिली है। इसका लाभ तो मिलेगा।

दुल्लीपट्टी के विकास झा ने बताया कि वोटर दोनों गठबंधन के कार्यकाल को देख चुकी है। तीसरे दल के रूप में जन सुराज पार्टी के प्रति लोगों में उत्साह देखा जा रहा है। जयनगर के स्थानीय अरुण जैन कहते हैं समस्याओं के समाधान के लिए स्थानीय स्तर पर मजबूत नेतृत्व करने वाले प्रतिनिधि की जरुरत है। जयनगर में कई समस्याएं हैं। जिसका समाधान नहीं हो सका।
बड़ी आबादी बाहर रहती है

खजौली विधानसभा क्षेत्र में यादव और मुसलमानों वोटर निर्णायक हैं। लेकिन मुस्लिम वोटर का लगभग 40 प्रतिशत हिस्सा रोजी-रोटी की तलाश में अन्य प्रदेशों के साथ विदेशों में कार्यरत हैं। ऐसी स्थिति में दोनों गठबंधन के लिए जीत आसान नहीं है। तीसरे दल के रूप में जन सुराज पार्टी भी अपनी ओर से पूरी ताकत लगा दिया है।
खजौली मतदाता

कुल मतदाता - 291994

पुरुष मतदाता - 156220

महिला मतदाता - 135770

र्थड जेंडर - 04
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