CSJMU Kanpur के छात्र असमंजस में फंसे, 30 को कैट की परीक्षा दें या यूनिवर्सिटी की BSc
/file/upload/2025/11/6409669060812333006.webpछत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय कानपुर।
जागरण संवाददाता, कानपुर। छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय (CSJMU) Kanpur की परीक्षा तिथियों ने महाविद्यालयों के छात्र-छात्राओं की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। विश्वविद्यालय के परीक्षा कार्यक्रम के साथ प्रवेश परीक्षाओं की तिथियां टकरा रही हैं। छात्रों ने बताया कि 30 नवंबर को देश के बिजनेस स्कूलों में प्रवेश के लिए होने वाली सबसे महत्वपूर्ण कैट परीक्षा के साथ बीएससी के पांचवें सेमेस्टर की परीक्षा आयोजित की गई है। जबकि, छह दिसंबर को एमएससी की परीक्षाएं एक साथ आयोजित की जा रही हैं। हालांकि, विश्वविद्यालय ने संशोधित परीक्षा कार्यक्रम जारी करने की घोषणा कर रखी है, लेकिन अभी तक नया कार्यक्रम जारी नहीं हुआ। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
विश्वविद्यालय से संबद्ध महाविद्यालयों की विषम सेमेस्टर परीक्षा 11 नवंबर से शुरू हो रही है। परीक्षा कार्यक्रम भी जारी हो गया है, लेकिन प्रस्तावित कार्यक्रम ही अब परेशानी का कारण बन गया है। महाविद्यालयों में पढ़ाई करने वाले सैकड़ों छात्र- छात्राएं परीक्षा कार्यक्रम जारी करने में प्रतियोगी परीक्षा की तिथि की अनदेखी करने की बात कह रहे हैं। दरअसल, देश के बिजनेस स्कूलों में प्रवेश के लिए होने वाली सबसे महत्वपूर्ण कैट परीक्षा की पूर्व घोषित तिथि 30 नवंबर है। इसके बावजूद विश्वविद्यालय ने इसी दिन बीएससी के पांचवे सेमेस्टर की परीक्षा तीन पालियों में कराने की घोषणा कर रखी है।
इसके अलावा एमएससी प्रथम सेमेस्टर के छात्र जहीर, राजेश और सुनील ने बताया कि छह दिसंबर को सुबह साढ़े आठ बजे से साढ़े दस बजे तक रियल एनालिसिस की परीक्षा का कार्यक्रम जारी हुआ है, जबकि इसी दिन नौ बजे से 11 बजे तक मैथमेटिक्स की परीक्षा भी है। इन दोनों की परीक्षा एक साथ कैसे दी जा सकती है। उन्होंने विश्वविद्यालय के पोर्टल पर आनलाइन शिकायत दर्ज कराई है, लेकिन अब तक संशोधन नहीं हुआ है।
डीएवी कालेज के प्राचार्य प्रो. अरुण कुमार दीक्षित ने बताया कि एनईपी नियमों को ध्यान में रखकर कुछ छात्र-छात्राओं ने ऐसे विषयों का चयन कर लिया है जो पाठ्यक्रमों के समूह में शामिल नहीं हैं। बीएससी बाटनी की पढ़ाई करने वालों को फिजिक्स लेने से मना किया गया था। जहां छात्रों ने ऐसी गलती की है वहां समस्या हो रही है। छात्रों की ओर से मिली समस्या की जानकारी विश्वविद्यालय को भेजी जा रही है।
उत्तर प्रदेश स्ववित्त पोषित महाविद्यालय एसोसिएशन के अध्यक्ष विनय त्रिवेदी ने बताया कि महाविद्यालयों की ओर से इस तरह की शिकायतें मिल रही हैं, जिन्हें विश्वविद्यालय तक भेजा गया है। परीक्षा कार्यक्रम में संशोधन किया जाना जरूरी है। कानपुर स्ववित्त पोषित शिक्षक संघ के महामंत्री अखंड प्रताप सिंह ने बताया कि बीएसएसी, बीकाम के छात्रों की ओर से ज्यादा शिकायतें की जा रही हैं।
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